Tuesday, July 19, 2011

दुभाषिया

वो जिन्दगी भर,
 दूसरों के शब्द बोलता रहा |
 हर शब्दों को,
 उचित अर्थ की
 डिजिटल तराजुओं पर में तोलता रहा |

 अपने शब्दकोशों की तरलताओं को,
 दूसरों की विचार गंगाओं में घोलता रहा |
 तरसा जीवन पर्यंत,
 अपने कुछ शब्द बोलने को |

अपने मन के ज्वर भाटों से
 सिर्फ खुद को ही सचेत किया |
 एक भी शब्द कभी
 अपनी मर्जी से इधर-उधर नहीं किया |

अपनी पहचान का
 शब्द मात्र भी,
 अपने वजूद में न सिया,
 वो बना रहा जीवन भर
 सिर्फ और सिर्फ,
 दुभाषिया |
 साभार - डा प्रमोद निधि

Wednesday, July 13, 2011

ऐतिहासिक जुलाई 2011


माह जुलाई २०११, एक अनोखा महीना| यह कई मायनों में अनोखा है| पहला, इसमें पांच शुक्रवार, पांच शनिवार तथा पांच रविवार हैं| ऐसा संयोग प्रत्येक 823 वर्ष में एक बार आता है| यह वाकई एक बिरला संयोग है|
दूसरा, वर्ष 2011 में 1 /1 /11 , 1 /11 /11 , 11 /1 /11 तथा 11 /11 /11 जैसी तिथियाँ आएँगी| इनके सभी अंक एक जैसे हैं| कोई भी व्यक्ति अपने जन्म के वर्ष के अंतिम दो अंकों को इस वर्ष जितनी उम्र पूरी कर रहा है, उसमें जोड़ दे तो योग 111 होगा| उदाहरण के लिए, मान लो किसी व्यक्ति की जन्मतिथि 20 जून, 1980 है, इसमें जन्मतिथि के अंतिम दो अंक 80 हैं| इस से उस व्यक्ति की उम्र 31 वर्ष होगी| अब, 80 +31 =111 होगा|
चीन में इस संयोग को "मनिबैग्स" के नाम से जाना जाता है| यानि "रुपयों का थैला"| वहां की मान्यता के अनुसार, आप अपने जितने अधिक मित्रों को इसके बारे में बतायेंगे, तो जल्दी ही आपको अधिक-से-अधिक धन की प्राप्ति होगी| इसमें कितनी सच्चाई है, पता नहीं|